tag:blogger.com,1999:blog-5137039081218727964.post5612671009959123456..comments2024-03-19T13:02:39.405+05:30Comments on पढ़ते-पढ़ते: वेरा पावलोवा की दस कविताएँमनोज पटेलhttp://www.blogger.com/profile/18240856473748797655noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-5137039081218727964.post-67260356840066181992011-08-01T22:02:09.146+05:302011-08-01T22:02:09.146+05:30वेरा पावलोवा की कविताएँ एक जादू की तरह दिमाग पर छा...वेरा पावलोवा की कविताएँ एक जादू की तरह दिमाग पर छा जाती है. उनके प्रभाव से निकलना मुश्किल हो जाता है. इतनी सुन्दर कविताओं को हम तक पहुँचाने के लिए आभार मनोज जी.vattsala pandeyhttps://www.blogger.com/profile/08810166471689390242noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137039081218727964.post-38158174133640218872011-02-11T13:28:37.474+05:302011-02-11T13:28:37.474+05:30वाह! स्तब्ध हूँ पढ़कर... अनुवाद और कविताओं
के कम...वाह! स्तब्ध हूँ पढ़कर... अनुवाद और कविताओं <br /> के कमाल के बारे में कुछः कहते नहीं बन रहा...neerahttps://www.blogger.com/profile/16498659430893935458noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137039081218727964.post-4933316988552460772011-02-11T12:18:55.800+05:302011-02-11T12:18:55.800+05:30बड़ी गूढ़ रचनाएँ हैं ,कुछ समझ सका कुछ नहीं ,
इनके ...बड़ी गूढ़ रचनाएँ हैं ,कुछ समझ सका कुछ नहीं ,<br />इनके अर्थ को पकड़ना -<br />पानी में डूब कर किसी मछली को पकड़ने जैसा है ,<br />जब की सांस लेने के लिए बीच-बीच बाहर भी<br />आना पड़े ! फिर भी पढ़ने पर लगा कि अच्छी ही होंगी ! <br />धन्यवाद आपको !अरुण अवधhttps://www.blogger.com/profile/15693359284485982502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137039081218727964.post-69226703133063881502011-02-11T12:03:14.397+05:302011-02-11T12:03:14.397+05:30आगे बढ़ो पुनर्जीवित करो मुझे ..
सुन्दर और भाव पूर्ण...आगे बढ़ो पुनर्जीवित करो मुझे ..<br />सुन्दर और भाव पूर्ण अनुवाद के लिए बधाई मनोज भाई .<br />शानदार चयन .महेश वर्मा mahesh verma https://www.blogger.com/profile/04275583629021409585noreply@blogger.com