tag:blogger.com,1999:blog-5137039081218727964.post6119993124362975675..comments2024-03-19T13:02:39.405+05:30Comments on पढ़ते-पढ़ते: अफ़ज़ाल अहमद सैयद की कवितामनोज पटेलhttp://www.blogger.com/profile/18240856473748797655noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-5137039081218727964.post-46996418341989614552012-05-19T13:59:23.188+05:302012-05-19T13:59:23.188+05:30मज़ा आ गया पढ़ कर. शब्द नहीं मिल रहे कविता और अनुवाद...मज़ा आ गया पढ़ कर. शब्द नहीं मिल रहे कविता और अनुवाद की प्रसंशा के लिए.बहुत बहुत शुक्रिया मनोज भाई.Raju Patelhttps://www.blogger.com/profile/13069344653559774866noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137039081218727964.post-21527531667223305082012-05-19T08:52:35.499+05:302012-05-19T08:52:35.499+05:30स्त्री पुरुष के रिश्ते की हकीकत दर्शाती सुन्दर कवि...स्त्री पुरुष के रिश्ते की हकीकत दर्शाती सुन्दर कविताsarita sharmahttps://www.blogger.com/profile/03668592277450161035noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137039081218727964.post-16904291207022081042012-05-18T06:20:50.368+05:302012-05-18T06:20:50.368+05:30यादों का रंग कभी नहीं सूखता ...!!
सुंदर प्रस्तुति ...यादों का रंग कभी नहीं सूखता ...!!<br />सुंदर प्रस्तुति ...!!<br />शुभकामनायें ...!!Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137039081218727964.post-57246954199043267832012-05-17T17:34:08.748+05:302012-05-17T17:34:08.748+05:30शायद हम उस पुल से गुज़र सकते हैं
जिसे मख्दूश करार...शायद हम उस पुल से गुज़र सकते हैं <br />जिसे मख्दूश करार दिया गया है..<br />और उन बेंचों पर बैठ सकते हैं<br />जिनका रंग अभी नहीं सूखा..<br />क्या खूब है.. बधाई और शुक्रिया मनोज जी..विम्मी सदारंगानीhttps://www.blogger.com/profile/14549123465565357275noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137039081218727964.post-3750887771226515962012-05-17T09:30:09.366+05:302012-05-17T09:30:09.366+05:30बहुत खूबसूरत और उतनी ही मार्मिक कविता ! कमाल है अफ...बहुत खूबसूरत और उतनी ही मार्मिक कविता ! कमाल है अफजाल का ! आभार मनोज जी ! अनुवाद बहुत सुंदर है !अरुण अवधhttps://www.blogger.com/profile/15693359284485982502noreply@blogger.com