tag:blogger.com,1999:blog-5137039081218727964.post6855150997091971742..comments2024-03-19T13:02:39.405+05:30Comments on पढ़ते-पढ़ते: लंदन में चंद्रमा की अवस्थाएंमनोज पटेलhttp://www.blogger.com/profile/18240856473748797655noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-5137039081218727964.post-23900822321921610452013-01-04T19:19:21.692+05:302013-01-04T19:19:21.692+05:30बहुत सहजता से कवि ने भूगोल की सीमाओं को न के बराबर...बहुत सहजता से कवि ने भूगोल की सीमाओं को न के बराबर कर दिया. इस रचना में बयाँ होता हुआ दुःख भी है और दुःख छिपाने का सुख भी- आसमान - कितना अनन्य इडियम...!!Raju Patelhttps://www.blogger.com/profile/13069344653559774866noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137039081218727964.post-4642899378077573422013-01-03T22:07:43.359+05:302013-01-03T22:07:43.359+05:30हिंदुस्तान में तो पाँव के नीचे से जमीन गायब होती ...हिंदुस्तान में तो पाँव के नीचे से जमीन गायब होती जा रही है ,सिर्फ आसमान ही रह गया है देखने को !<br />अच्छी कविता ,सुन्दर अनुवाद !अरुण अवधhttps://www.blogger.com/profile/15693359284485982502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137039081218727964.post-25213913515733772262013-01-03T22:07:21.186+05:302013-01-03T22:07:21.186+05:30हिंदुस्तान में तो पाँव के नीचे से जमीन गायब होती ...हिंदुस्तान में तो पाँव के नीचे से जमीन गायब होती जा रही है ,सिर्फ आसमान ही रह गया है देखने को !<br />अच्छी कविता ,सुन्दर अनुवाद !अरुण अवधhttps://www.blogger.com/profile/15693359284485982502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5137039081218727964.post-40826525169982531322013-01-03T14:02:19.915+05:302013-01-03T14:02:19.915+05:30अब वो क्या जानें कि हिन्दुस्तान का हाल कैसा है इन ...अब वो क्या जानें कि हिन्दुस्तान का हाल कैसा है इन दिनों....<br /><br />अनु ANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.com