tag:blogger.com,1999:blog-5137039081218727964.post8833305265516321588..comments2024-03-18T09:57:55.756+05:30Comments on पढ़ते-पढ़ते: येहूदा आमिखाई : वक़्तमनोज पटेलhttp://www.blogger.com/profile/18240856473748797655noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-5137039081218727964.post-60305112957833470932011-06-14T11:05:50.305+05:302011-06-14T11:05:50.305+05:30लगातार युद्ध के माहौल में , मृत्यु के प्रति क्षण ए...लगातार युद्ध के माहौल में , मृत्यु के प्रति क्षण एहसास में जीते लोग कितने असहज हो जाते हैं ! प्रभावशाली कवितायें ! आभार मनोज जी !अरुण अवधhttps://www.blogger.com/profile/15693359284485982502noreply@blogger.com