पाब्लो नेरुदा की 'सवालों की किताब' से कुछ और सवाल...
कुछ सवाल : पाब्लो नेरुदा
(अनुवाद : मनोज पटेल)
इत्ते बड़े-बड़े हवाई जहाज
क्यों नहीं उड़ा करते अपने बच्चों के साथ?
कौन सी पीली चिड़िया
नींबुओं से भर लेती है अपना नीड़?
हेलीकाप्टरों को वे सिखाते क्यों नहीं
शहद चूस लेना धूप से?
आज रात कहाँ छोड़ दिया है
पूनम के चाँद ने आटे का अपना बोरा?
:: :: ::
विलक्षण प्रश्न हैं!
ReplyDeleteजहाँ से आते हैं ऐसे सवाल वहीं क्यों नहीं ढूँढ़ लेते उनके जवाब
ReplyDeleteपूनम का चाँद और आटे का बोरा. अनूठे बिम्बों का इस्तेमाल करते हुए प्रकृति का सुन्दर चित्रण किया गया है.
ReplyDeleteइन सवालों के जवाब कौन देगा....???
ReplyDeleteहवाई जहाज,पीली चिड़िया,हेलीकाप्टर या कि चाँद....
अनु
Khoobsurat.
ReplyDeleteअनमोल सवाल!
ReplyDeleteबहुत सहज अनुवाद। मनोज भाई, एक अनुरोध है - लेबल देखते हुए चेस्लाव मीलोश पर ध्यान अटका....इसे चेस्वाव मीवोष होना है शायद...आप चाहें तो अशोक पांडे से पूछ लें या आनलाइन मूल उच्चारण देख लें ।
ReplyDeleteआपका ये ब्लाग विश्व कविता के स्तरीय अनुवादों का पूरा ज़खीरा है....मैं धीरे-धीरे एक-एक लेबल पढ़ता जा रहा हूं और मन आपके इस काम और समर्पण के प्रति आदर से भरता जा रहा है। इतना कुछ हमारे लिए सम्भव करने के लिए शुक्रिया दोस्त।
आप ठीक कह रहे हैं.चेस्वाव मीवोष ही सही है लेकिन लेबल कैसे एडिट होता है, समझ नहीं पा रहा हूँ. क्या सारी पोस्ट्स में एडिट करना होगा? राबर्टो जुअर्रोज़ लेबल को भी राबर्तो हुआरोज़ करना है.
Deleteबहुत शुक्रगुजार हूँ शिरीष भाई!
wah
ReplyDeleteउत्कृष्ट और सुन्दर प्रयोग किया है प्रतीकों का ...सुन्दर अनुवाद !
ReplyDelete