तीस सेंटीमीटर व्यास का बम
सात मीटर की मारक क्षमता का दायरा बनाता था
जिसमें चार मृत और ग्यारह घायल हुए |
इसके चारो ओर
तकलीफ और वक्त के लिहाज से
कदरन बड़ा दायरा बनता था
जिसमें दो अस्त-व्यस्त अस्पताल
और एक कब्रिस्तान शामिल हुए |
लेकिन वह युवती
जो सौ किलोमीटर दूर
अपने शहर में दफनाई गई
इस दायरे को काफी बड़ा कर दे रही थी |
उसकी मौत पर
समुन्दर पार किसी दूर देश के
सुदूर तटों पर मातम मनाता
वह अकेला आदमी
इस दायरे में पूरी दुनिया को ले आता था |
उन यतीमों के रुदन का जिक्र भी नहीं करूँगा
जो भगवान् के सिंहासन और उसके भी परे पहुंचकर
ऐसा दायरा बना रहा था
जिसका
न तो कोई अंत था
और
न ही कोई भगवान् |
(अनुवाद : Manoj Patel)
Padhte Padhte
संवेदना का असीम फ़लक
ReplyDelete