1914 में जन्मे निकानोर पार्रा पाब्लो नेरुदा के साथ चिली के सबसे महत्वपूर्ण कवियों में शुमार किए जाते हैं. इस गणितज्ञ कवि को कई बार नोबेल पुरस्कार के लिए नामित किया जा चुका है. पार्रा खुद को 'एंटी-पोएट' कहते हैं और कविता में ही कह चुके हैं कि, "मैं अपना कहा हुआ सबकुछ वापस लेता हूँ....."
1967 से पार्रा ने छोटी कवितायेँ लिखना शुरू किया जिन्हें बाद में उन्होंने पोस्टकार्डों के संग्रह के रूप में Artefactos के नाम से प्रकाशित कराया. यह प्रकाशन एक तरह से उनके हालिया कामों की पूर्वसूचना था. इन्हें उनकी एंटीपोयम की तार्किक परिणति कहा जाता है. ये "दृश्य कलातथ्य " एम टी वी पीढी के लिए हाईकू जैसे हैं, विज्ञापनी कला से प्रभावित चित्रों और शब्दों को मिलाकर तैयार किए गए एक पंक्तीय नारों जैसे. पार्रा का घर तमाम घरेलू साजोसामान के साथ लगे हुए हस्तलिखित साइनबोर्डों से तैयार ऎसी 'कलाकृतियों' से भरा पड़ा है.पेश हैं उनके कुछ कलातथ्य : Padhte Padhte
बस अभी लौटा * * *
दृश्य कविता
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एडीसन कीट
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द्वंद्वात्मक प्रक्रिया
थीसिस !, एंटीथीसिस ?, संश्लेषण
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अपने कला सम्बन्धी काम यहाँ जमा करें
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स्वचालित ताबूत
पुनर्जीवन के समय इसे उलटा करके सीधी दिशा में घुमाएं
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पाश्चात्य दार्शनिकों की सिगरेट
इस उत्पाद से कैंसर नहीं होता
और अगर होता भी हो तो.........से
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Nicanor Parra
कविताएँ तो पढ़ीं थी.. ये चित्र भी कविताओं से काम नहीं ...
ReplyDeleteआपका घुमन्तू मन काम की चीजें लाता है .. बार-बार.
आभार .
ReplyDeleteमजा आ गया...
ReplyDeleteभीड़ से हटके है आपका ब्लॉग..
पहली बार आया..
ब्लॉगिंग: ये रोग बड़ा है जालिम
different and beautiful!
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