आज एक लघुकथा...
वजह : मेल जॉर्ज
(अनुवाद : मनोज पटेल)
तुम सोच रहे होगे कि ऐसा उस लड़की की वजह से है जिसे तुमने डेव की पार्टी में चूमा था. यह सही नहीं है. ऐसा उस किताब की वजह से है जिसे मैंने तुम्हें पढ़ने के लिए दिया था; जिसके बारे में मैंने तुम्हें बताया था कि उसने मेरी जिंदगी बदल दी थी; वही जिसके बारे में मैंने कहा था कि उसकी मदद से तुम मुझे सही मायनों में समझ सकोगे. चार महीने तक तुमने उसे छुआ भी नहीं और आखिरकार थोड़ा तुड़ी-मुड़ी हालत में मुझे वापस कर दिया. मैंने तुमसे पूछा भी कि तुम्हें कैसी लगी और तुमने कह दिया, "ठीक थी." मुझे पता है कि ऐसा नहीं होना चाहिए, मगर ऐसा है उसी वजह से.
:: :: ::
बहुत प्रभावशाली लघु कथा
ReplyDeleteबहुत बढ़िया.
ReplyDeleteबात किताब को आगे करके लड़की के बारे में कही जा रही है ...लाजवाब कहानी !
ReplyDeleteअच्छी लगी यह लघुकथा।
ReplyDelete