1- तुम्हारे आने से पहले
गद्द्य थी दुनिया
कविता तो अब हुई है पैदा.
2 - कालीन पर तुम्हारे पाँव
नाक-नक्श हैं
कविता के.
3 - जब प्यार करता हूँ किसी औरत को
पेड़ सारे दौड़े चले आते हैं मेरी ओर
नंगे पाँव.
4 - तुम्हारी खातिर मेरा प्यार जो
लफ़्ज़ों से है परे
फैसला किया है मैनें
खामोश रहने का.
5 - अगर कोई बादल देता है तुम्हें
मैं तुम्हें बारिश दूंगा.
6 - हज़ारों औरतों को मारकर मेरे भीतर
तुम बन बैठी हो मलिका.
7 - इनके अक्स में गुम हो जाती है मेरी लिखावट
आईनों को याददाश्त कहाँ होती है.
8 - उतार फेंको अपने कपड़े
सदियों से करिश्मा नहीं हुआ कोई.
9 - जिस दिन तुमने क़ुबूल किया मेरा प्यार
उसी दिन हुआ मेरा जन्म.
10 - जन्म और मृत्यु की तरह
नामुमकिन है
तुम्हारे प्रेम का दुहराव.
11 - जब प्यार कर रहा हो कोई तो
कैसे इस्तेमाल कर सकता है लफ्ज़ पुराने.
12 - क्या तुम सुनती हो मेरी बातें
जब खामोश होता हूँ मैं ?
13 - कविता ज्यादा अहम है नोटबुक से
होंठों से ज्यादा अहम है चुम्बन.
14 - किसने छिपा रखी हैं हज़ारो कवितायेँ
तुम्हारी आँखों की बंद किताब में ?
15 - जो न होतीं तुम्हारी आँखें
कैसी होती यह दुनिया ?
16 - सबकुछ है बहसतलब
तुम्हारे नारीत्व के सिवाय.
17 - जब तुम हंसती हो मेरी जान
मैं भूल जाता हूँ आसमान को.
18 - तुम्हारी आँखों और अपने गम के सिवाय
इस दुनिया में और कुछ नहीं है मेरे पास.
19 - क्या लिखूं प्यार के बारे में प्रिय
बस याद है इतना
कि सुबह जब जागा नींद से
खुद को पाया किसी शहजादे सा.
20 - गवाह हूँ इसका कि
कोई और स्त्री न फैला सकी मेरा बचपन
पचास की उम्र तक.
22 - नंगे पाँव हो तुम
क्या पता है तुम्हें
एक स्त्री बदल सकती है इतिहास की लय
नंगे पाँव.
(अनुवाद : Manoj Patel)
sundar rachna
ReplyDeletehttp://sanjaykuamr.blogspot.com/
manoj bhai,
ReplyDeletekya hee ehsaan par ehsaan karte jaate ho,
maiN chahuN usase pehke tum meri taraf aate ho.
bahut sundar !
ReplyDeleteUmda !
ReplyDeleteRia
आपकी रचना में हर ख़याल कमाल का है ... बहुत अच्छा लगा पढ़ कर.... आभार
ReplyDeleteओह ! निज़ार !!
ReplyDeleteअद्भुत !!
बहुत बढ़िया,शुक्रिया मनोज जी.
ReplyDeleteamazing translation boss.
ReplyDeletebahut der se aapke blog par hoon..
kya aap mujhe ye translations bhej sakte hai ..
vijay
www.poemsofvijay.blogspot.com
vksappatti@gmail.com
Very nice... Wonderful comosition... I forgot myself and have entered in some new and Beautiful world, filled with luv, rommance and happiness... Really nic
ReplyDeletekamaal ka anuwaad hai! kamaal ki kavitayen...
ReplyDeleteअद्भुत भावाभिव्यक्ति। बधाई मनोज भाई।
ReplyDeletesir sbahi adbut h..
ReplyDeleteManoj thank you so much. mai apne aap ko bhul gaye in mahan logon ko padte padte. aap k kaam ke gitne tarif ki jaye kam hai. alll the besttttt.
ReplyDeletejyotsna
शानदार ब्लोग !
ReplyDeleteदमदार सामग्री !
पहल बार आया हूं यहां !
फ़िर आऊंगा !
फ़िलहाल बधाई !