अमेरिकी कवयित्री एमिली डिकिन्सन की एक कविता...
बहुत सतर्क होने की जरूरत होती है शल्य चिकित्सकों को : एमिली डिकिन्सन
(अनुवाद : मनोज पटेल)
बहुत सतर्क होने की जरूरत होती है शल्य चिकित्सकों को
जब वे उठाते हैं नश्तर!
उनके बारीक चीरों के नीचे
धड़कती है मुजरिम -- ज़िंदगी !
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sadhoo sadhoo
ReplyDeleteआह...
ReplyDeleteबेहतरीन!!
अनु
जिंदगी सचमुच बचाए जाने लायक है. काश शल्यचिकित्सक यह कविता पढते.
ReplyDeleteअद्भुत कविता। आभार।
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