अमेरिकी कवयित्री एमिली डिकिन्सन की एक और कविता...
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एमिली डिकिन्सन की कविता
(अनुवाद : मनोज पटेल)
कुछ लोग कहते हैं
कि बोलते ही
मर जाता है एक शब्द.
मैं कहती हूँ
कि उसी दिन से
जीना शुरू करता है वह.
:: :: ::
Hmmmm....!
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