आज बस एथलबर्ट मिलर की यह कविता...
मेरे पिता की प्रेमिका : एथलबर्ट मिलर
(अनुवाद : मनोज पटेल)
न्यूयार्क में
मेरी माँ
कई दस्तकों के बाद
खोलती हैं
अपने घर का दरवाज़ा
उनका चेहरा
मुझे अल्बर्टा हंटर
की याद दिलाता है
जब वह रिटायरमेंट छोड़
वापस चली आई थी काम पर
और उनकी आँखों में
कुछ ऐसा
जिससे प्यार हो गया था मेरे पिता को
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अल्बर्टा हंटर (1894 - 1984) गीतकार, गायिका और नर्स थीं. पचास के दशक में उन्होंने गायन से संन्यास लेकर स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में कार्य करना शुरू किया मगर अस्सी के दशक में वे फिर गायन की तरफ लौट आईं.
Manoj Patel Translations
खूबसूरत और भावमयी प्रस्तुति....
ReplyDeleteअच्छी कविता...
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