पोलिश कवियत्री एवा लिप्सका की एक और कविता...
एक कविता पाठ में कुछ सवाल : एवा लिप्सका
(अनुवाद : मनोज पटेल)
आपका पसंदीदा रंग कौन सा है?
आपका सबसे अच्छा दिन?
क्या कोई कविता आगे निकल गई आपकी कल्पना से?
क्या आपको कोई उम्मीद है?
आप डराती हैं हमें.
आसमान काला क्यों है?
समय को किसने मार गिराया?
क्या वह एक खाली हाथ था, समुद्र भर में
तैरता एक हैट?
अंत्येष्टि की पुष्पमाला के साथ
शादी का जोड़ा क्यों?
जंगल की पगडंडियों की बजाय
अस्पताल का बरामदा क्यों?
भविष्य की बजाय भूत क्यों?
आप आस्तिक हैं? या नहीं हैं?
आप डराती हैं हमें.
हम भागते हैं आपके पास से.
मैं रोकने की कोशिश करती हूँ उन्हें
सीधे आग में जा भागने से.
:: :: ::
एवा लिप्सका की एक और कविता यहाँ है.
"मैं रोकने की कोशिश करती हूं उन्हें
ReplyDeleteसीधे आग में जा भागने से." प्रश्नों का दावानल.
.
ReplyDeleteन रुकने वालों को कोई नहीं रोक सकता -न आग न पानी ! समय को कोई मार कर नहीं गिरा सकता ! कविता भले रुक जाए कल्पना नहीं रुकती ! जीवन चलता रहेगा ........... अविराम ! बहुत सकारात्मक और सार्थक रचना !
आभार मनोज जी !
बेहतरीन.................
ReplyDeleteआभार.
अनु
khoobasoorat, badhai.
ReplyDeleteबहुत संकुल. बहुत सुदर.
ReplyDeleteअब तक की पढ़ी गयी सबसे बेहतरीन कवितायों मेंसे एक ... और उम्दा अनुवाद
ReplyDeleteसवालों से सबको डर लगता है और वे जब असहज करने वाले हों तो उनके जवाब कोई नहीं देना चाहता है.
ReplyDelete