अडोनिस की कुछ और कविताएँ...
कैसे कह सकता हूँ कि व्यतीत हो चुका है जो कुछ है हमारे बीच ?
"कोई कहानी नहीं जो चल रहा है हमारे बीच
कोई सेब नहीं किसी इंसान या जिन्न का
किसी मौसम की कोई पहचान नहीं
या कोई जगह
इतिहास होने लायक कोई चीज नहीं" यही कहते हैं
हमारे भीतर के उलट-फेर
फिर कैसे कह सकता हूँ मैं कि
हमारे प्रेम का गला घोंट दिया है वक़्त के झुर्रीदार हाथों ने
~ ~
"हर प्यार एक विपदा है" --
या जैसा कि इसके कुछ दीवानों ने कहा है
"प्यार में खुशी एक धोखा है"
मैं कुछ पाने के लिए प्यार नहीं करता --
कोई मुखौटा या झंडा नहीं है मेरा प्यार
मेरा प्यार जैसे बहता है एक झरना
जैसे चमकता है सूरज
मेरा प्यार : एक सैलाब निरुद्देश्य
धोखा नहीं है मेरा प्यार
विपदा नहीं है मेरा प्यार
~ ~
शायद
प्यार नहीं है धरती पर
सिवाय उसके, जिसके बारे में हम सोचा करते हैं
हम जीतेंगे किसी दिन
रुको नहीं
जारी रखो नृत्य, मेरी प्रिय, मेरी कविता
भले ही मौत हो सामने
~ ~
(अनुवाद : मनोज पटेल)
superb..
ReplyDeleteshukriya. share kar sakti hoon ? kar liya...
ReplyDeleteएक और श्रेष्ठ प्रस्तुति ...आभार मनोज जी ! मन पर छ जाने वाली पंक्तियाँ हैं- "मै कुछ पाने के लिए प्यार नहीं करता--/कोई मुखौटा या झंडा नहीं है मेरा प्यार/मेरा प्यार जैसे बहता है एक झरना...
ReplyDeletetats a wonderful one..tats a wonderful one..
ReplyDeleteफिर कैसे कह सकता हूँ मैं कि
हमारे प्रेम का गला घोंट दिया है वक़्त
के झुर्रीदार हाथों ने
Outstanding
रुको नहीं
ReplyDeleteजारी रखो नृत्य......
शानदार! हाल ही में पढ़ी Yeats की ये पंक्तियाँ कौंध गईं:
Cast a cold eye
On life, on death.
Horseman, pass by!
आपका अनुवाद हमेशा की तरह....
धन्यवाद.