नाजिम हिकमत की 'रात 9 से 10 के बीच की कविताएँ' से कुछ और कविताएँ...
रात 9 से 10 के बीच लिखी गई कविताएँ - 3 : नाजिम हिकमत
(अनुवाद : मनोज पटेल)
(पत्नी पिराए के लिए)
2 अक्टूबर 1945
हवा बह रही है.
चेरी की एक ही डाली दुबारा कभी नहीं हिलाई जा सकती
उसी हवा द्वारा.
चिड़िया चहचहा रहीं हैं पेड़ों पर :
उड़ान भरना चाहते हैं पंख.
दरवाजा बंद है :
वह टूटकर खुल जाना चाहता है.
मैं तुम्हें चाहता हूँ :
ज़िंदगी तुम्हारे जैसी ही खूबसूरत होनी चाहिए
दोस्ताना और प्यारी...
मुझे पता है कि अभी तक ख़त्म नहीं हुआ है गरीबी का जश्न
मगर वह ख़त्म हो जाएगा...
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5 अक्टूबर 1945
हम दोनों जानते हैं, मेरी जान,
उन्होंने सिखाया है हमें :
कैसे रहा जाए भूखा और बर्दाश्त की जाए ठण्ड,
कैसे मर जाया जाए थकान से चूर होकर
और कैसे बिछड़ जाया जाए एक-दूजे से.
अभी तक हमें मजबूर नहीं किया गया है किसी का क़त्ल करने के वास्ते
और खुद क़त्ल होने की नियति से भी बचे हुए हैं हम.
हम दोनों जानते हैं, मेरी जान,
उन्हें सिखा सकते हैं हम :
कैसे लड़ा जाए अपने लोगों के लिए
और कैसे -- दिन ब दिन थोड़ा और बेहतर
थोड़ा और डूबकर --
किया जाए प्यार...
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6 अक्टूबर 1945
बादल गुजरते हैं ख़बरों से लदे, बोझिल.
अपनी मुट्ठी में भींच लेता हूँ वह चिट्ठी जो आई नहीं अभी तक.
तुम्हारी पलकों की नोक पर टंगा है मेरा दिल,
दुआ देता हुआ उस धरती को जो गुम होती जा रही है बहुत दूर.
मैं जोर से पुकारना चाहता हूँ तुम्हारा नाम : "पिराए,
पिराए !"
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sundar kavitaen ... badhai! Manoj
ReplyDeleteसुभानाल्लाह !!
ReplyDelete''अपनी मुट्ठी में भींच लेता हूँ वह चिट्ठी जो आई नहीं अभी तक ''............................!!!!!!!! लाजवाब !!!
ReplyDeleteaseem bhavnaaye bhar jaati hain in kavitao ko padhkar man me. ati ati sundar.
ReplyDeleteआज के इस बेरुखी भरे समय को प्यार से भर देने वाली कविताएँ. जिंदगी की खूबसूरती की तुलना पत्नी के (आतंरिक) सौंदर्य से; बेमिसाल
ReplyDeleteतुम्हारी पलकों की नोंक पर टंगा है मेरा दिल...
ReplyDeletePlease provide links to the source document.
ReplyDeleteSundar
ReplyDeleteनाजिम हिकमत जी की इतनी खूबसूरत कविताएं पढवाने के लिए आभार...
ReplyDeleteसादर,
डोरोथी.
लाजवाब कवितायें ,नाजिम हिक़मत की !आभार मनोज जी !
ReplyDeleteहर बार आप इतनी लाज़बाब कविता चुनकर लाते है कि मन मंत्र -मुग्ध हो जाता....
ReplyDeletebeautiful picks! how do you get these ?!!!!!
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