ज़िबिग्न्यू हर्बर्ट की एक और कविता...
हाथी : ज़िबिग्न्यू हर्बर्ट
(अनुवाद : मनोज पटेल)
वास्तव में, हाथी बहुत संवेदनशील और बेचैन प्राणी होते हैं. उनके पास अत्यधिक कल्पनाशक्ति होती है जिसके कारण कभी-कभी वे अपना आकार-प्रकार भूल जाते हैं. जब वे पानी में जाते हैं तो अपनी आँखें बंद कर लेते हैं. अपने खुद के पैरों को देखकर वे हताश हो रोते हैं.
मैं एक हाथी को जानता हूँ जिसे एक मर्मर चिड़िया से प्यार हो गया. उसका वजन घट गया, नींद उड़ गई, और अंत में वह दिल टूट जाने से मर गया. हाथियों के स्वभाव से अनजान लोगों ने कहा: वह बहुत मोटा था.
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हाथी के मानवीकरण की सक्षिप्त प्रेम कथा
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