नाओमी शिहाब न्ये की एक कविता...
सवार : नाओमी शिहाब न्ये
(अनुवाद : मनोज पटेल)
एक लड़के ने बताया मुझे
कि अगर वह बहुत तेज करे स्केटिंग
उसका अकेलापन पकड़ नहीं पाता उसे
विजेता बनने की कोशिश करने के लिए
मेरी अभी तक की सुनी सर्वोत्तम वजह.
आज रात सोच रही हूँ
तेजी से पैडल मारते, किंग विलियम स्ट्रीट से गुजरते हुए
कि क्या सायकिल में भी अनूदित होता है यह.
एक जीत! तुम्हारे अकेलेपन को
पीछे किसी सड़क के कोने में हांफता छोड़ आने के लिए
जबकि मुक्त तैरते तुम पहुँच जाओ
अचानक खिल आए अज़ेलिया के फूलों के एक बादल में,
गुलाबी पंखुड़ियां जिन्होंने कभी नहीं महसूस किया अकेलापन,
भले ही कितना भी धीमे गिरी हों वे.
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वाह वाह एक छोटी सी रचना मे बहुत कुछ कहने का प्रयास ।
ReplyDeleteयहा भी पधारे यूनिक तकनीकी ब्लाग
जरूरी है जीतते रहना अपने अकेलेपन को खुद से दूर रखने के लिए ! अच्छी कविता ! सुंदर अनुवाद !
ReplyDeleteAchha anuvad hai.
ReplyDeleteस्केटिंग और साईकिल के फर्क और अकेलेपन से बचने के लिए जीतने के जूनून वाली कविता में रिश्तों के बिखराव की ओर भी संकेत किया गया है
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