सच में वाह !
A blissful respite from the nasty anxieties of life. How i wish i could sit on the water tank of 3rd block admiring the tree tops, the moon and the gentle breez rustling past my ears.
आशावादी और जीवनदायी लेखन की हिमायत करती सुन्दर सोच.
"और जन्म की जगह" , की जगह 'जिंदगी की जगह ' कैसा रहेगा ? कविता तो बेमिसाल है ! आज कविता मे वह असर कहाँ ! आभार !
amazing lines
अदभुत.अदभुत अदभुत.
सच में वाह !
ReplyDeleteA blissful respite from the nasty anxieties of life. How i wish i could sit on the water tank of 3rd block admiring the tree tops, the moon and the gentle breez rustling past my ears.
ReplyDeleteआशावादी और जीवनदायी लेखन की हिमायत करती सुन्दर सोच.
ReplyDelete"और जन्म की जगह" , की जगह 'जिंदगी की जगह ' कैसा रहेगा ?
ReplyDeleteकविता तो बेमिसाल है ! आज कविता मे वह असर कहाँ ! आभार !
amazing lines
ReplyDeleteअदभुत.अदभुत अदभुत.
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